Monday, 5 December 2022

नाहिद हसन ऐसे ही नहीं बनता कोई

जिला मुजफ्फरनगर, जिला शामली, जिला सहारनपुर व जिला मेरठ बागपत  पांचों  जिलों में एक भी ऐसा नेता नही जो अपनी करोडों की 30 बीघा ज़मीन बेघरों को मकान बनाकर रहने को दे दे ।
ये मोहब्बत ये दीवानगी ये मकाम इतनी छोटी-सी उम्र में ऐसे ही नही बना लिया ।
सबके दुख-सुख में शामिल रहने वाले हमारे भाई ने  मज़लूमों के लिए जान को जान नही समझता, माल को माल नही समझता, ।
ए सच्चे मसीहा किया नाम दूं तुझे । 
जो जनता की लडाई लड़ते हुए 2 बार जैल जा चुके हैं ।
हमने कई नेता देखे जो फोटो तक सीमित रहते है ।
ऐसे ही कोई नाहिद हसन नहीं बनता ।
लगातार जनता की लड़ाई लड़ते रहते हैं ।
जब लोकडाउन लगा सब लोग अपने घरों में कैद थे ।
अधिकतर नेताओं के फ़ोन थे ।
सबसे पहले कैराना विधायक नाहिद हसन ने निकलकर अपनी जान की परवाह किये बगैर लोगो के घरों तक जाकर बिना भेदभाव के  राशन दिया ।
कोई अगर बाहर फंसा हुआ था उसके खाते में पैसे डालकर उसको वहा से निकलने में मदद की ऑक्सीजन गैस की अगर किसी को जरूरत पड़ी अपनी गाड़ी भेजकर ऑक्सीजन गैस दिलवाया  हर पल लोगो की मदद करते रहे ।
जो लोग नाहिद हसन बनने की कोशिश करते हैं ।
पहले नाहिद हसन जैसी हिम्मत लाओ ।
आपसे विनती हैं मेरी इस पोस्ट को copy paste ना करे  कमेंट करे और शेयर करे  और बाते अगली पोस्ट पर लिखूंगा ।
#maharbanansari

Wednesday, 6 July 2022

मेरी कहानी मेरी जबानी

## ससुराल वालों का पेट नहीं भरता है ##

फ्रिज 10000 (ताऊ)
LED 32000 (नाना)
सोफा 10000 (काका)
ड्रेसिंग 3000 (बुआ)
पलंग 5000 (जीजा)
अलमारी 7000 (मामा)
कूलर 5000 (भाई)
मिक्सर 4000 (दादा)
बाईक 70000 (पापा)
हनीमून 50000 
फोन 20000 
बर्तन, कपड़े, जेवर, दावत, उपहार इत्यादि... 
सारे ख़र्च मिलाकर 10,00,000+(दस लाख+) से ज्यादा 

एक पिता कितनी मुश्किल से जुटा पाता है.. अपनी बेटी की शादी के लिये पिता सबकुछ दाव पर लगा देता है.. 

क्या बीतती है उस पर जब चंद घंटे के लिए आये मेहमान खाने को बेस्वाद और सामान को बेकार बताकर एक चिंगारी घर में फेंक कर चलते बनते हैं.. और ससुराल वाले अपना अपमान समझकर तुरंत ही बहु पर अत्याचार शुरू कर देते हैं.. 

हैरानी कि बात तो ये.. कि रिपोर्ट करने पर कानून और पुलिस भी लड़की के पिता से ही सबूत मांगती है कि शादी में खर्च किया रुपया कहाँ से आया.. 

लाड़ली थीं वो अपने पापा की,, 
#______और
सुसराल वाले कहते हैं, कि.. 
          दिया ही क्या है तेरे बाप ने...!!!

Saturday, 2 July 2022

Bharakar Cricket Academy Kairana

मेरी कहानी मेरी जबानी 
कैराना भास्कर क्रिकेट एकेडमी शायद इस नाम आज बहुत ही कम लोग जानते हैं ।
आप जल्द ही इसमें बहुत से अच्छे क्रिकेटर देखने को मिलेंगे सादिक भाई एक बहुत ही अच्छे प्लेयर हैं ।
और कोच की भी अच्छी भूमिका अदा कर रहे हैं ।
कैराना जो क्रिकेटर क्रिकेट छोड़ चुके हैं एक बहुत ही अच्छी पहल की सादिक भाई ने सभी लोगो को मिला कर Legend नाम से टीम बना रहे हैं और जल्द ही इन टीमो के मैच होंगे और कैराना के सभी पुराने क्रिकेटर आपको खेलते हुंए दिखाई देंगे ।
से सभी को जोड़कर एक साथ खिलाना एक बहुत ही अच्छा प्रयाश हैं ।
एक आदमी हमारे ही बीच से निकल कर आज कैराना का नाम रोशन कर रहा हैं ।
हम सबको मिलकर उसको शाबाशी और उसका हौसला बढ़ाना चाहिए ।
एक अच्छी पहल को सलाम 

Thursday, 3 March 2022

इकरा हसन गजब का हौसला

दो बार के कैराना विधायक नाहिद के लिए खड़ी उनकी बहन इकरा हैं, जो कहती हैं कि वह अपने भाई के लिएं कोई भी जिम्मेदारी लेने के लिए तैयार हैं. इकरा ने एक स्टेंड लिया है हिम्मत और जुनून के साथ. इकरा हसन दिल्ली विश्वविद्यालय से इतिहास, और विधि संकाय से स्नातकोत्तर के बाद, यूके में स्कूल ऑफ ओरिएंटल एंड अफ्रीकन स्टडीज में आगे की पढ़ाई के लिए चली गई. वह एक साल पहले कैराना लौटी, और पीएचडी करने की उम्मीद करती है. महिला सशक्तिकरण आजकल भारत में सबसे बड़े आंदोलनों में से एक बन गया है और कई भारतीय महिलाएं आंदोलन के निर्माण खंड के रूप में साबित हुई हैं.अपने काम और अपने अच्छे कामों के लिए अपने शुद्ध जुनून के साथ, वे सभी के लिए एक सच्ची प्रेरणा हैं.समाज की बेटी अकेली होकर भी पिता के गुजर जाने और भाई के जेल में होने के बावजूद भी सर्व समाज के हितों को ध्यान में रखकर सरकार और सिस्टम से बुलंद हौसले के साथ लड़ रही है. यह अपने आप में एक बेहद ही उम्दा मिशाल है. इकरा हसन को भविष्य के लिए ढेर सारी शुभकामनाएं.
Standing in for Nahid, a two-time Kairana MLA, is his sister Iqra Hasan, a 27-year-old law graduate from Europe, who says she is ready to take up any responsibility, including as a replacement for her brother.Iqra pursued history from Delhi University, and after post-graduation from Law Faculty, went on to the School of Oriental and African Studies in the UK. She returned a year ago, and hopes to pursue a PhD.Women empowerment has become one of the biggest movements in India nowadays and many Indian women have proven to be the building blocks of the movement. With their pure passion for their work and their good deeds, they are very well a true inspiration for everyone.

#Iqradidi 
#WomenEmpowerment